Saturday, February 27, 2010

panch vikar nivaran hetu

काम क्रोध लोभ मोह अहंकार के प्रतिकार हेतु
काम वासना सताये तो आंखों को उल्टा दो अथवा दायें गट्टे पर मुक्के मारें क्रोध आये तो जीभ को उल्टा दो (खेचरी लगा लो) लोभ आये तो नासिका को दो अंगुलियों से बन्द करें मोह जागे तो सिर में मुक्के मारें अहंकार की अवस्था में कान मरोडें . मोह को विचार से (संसार की नश्वरता पर विचार करने से), विचार को यथार्थ बोध से, क्रोध को क्षमा से लोभ को सन्तोष से और अहंकार को नम्रता से जीत सकते हैं
ॐ नम: शिवाय

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