Saturday, February 27, 2010

kalah nivaran hetu


कलह निवारण हेतू
"धां धीं धूं धूर्जटे:पत्नी वां वीं वूं वागधीश्वी क्रां क्रीं क्रूं कालिका देवि शां शीं शूं मे शुभं कुरु | "

स्नान करके काली की मूर्ति अथवा चित्र पर पुष्पांजलि अर्पण करके देवी का ध्यान करें तथा प्रार्थना करें तदपश्चात १०८ बार मन्त्र का जप करें |

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